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डीएवी पीजी कॉलेज करनाल।
करनाल सुखविंदर सोही
भारत का संविधान दुनिया का सबसे अनोखा संविधान - डॉ रामपाल सैनी
करनाल। डीएवी पीजी कॉलेज में भारत सरकार के निर्देशन अनुसार भारतीय संविधान के अपनाने के 75 वर्ष पुर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम "हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान" में विद्यार्थियों, एनएसएस स्वयंसेवकों एवं एनसीसी कैडेट्स को भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन करते हुए प्राचार्य डॉ रामपाल सैनी ने बताया कि हमें संविधान की प्रस्तावना से पता चलता है कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे अनोखा संविधान हैं जो हमारे सिद्धान्तों तथा संवैधानिक मूल्यों, आदर्शों की स्थायी विरासत को दर्शाता है और भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित करता है।
प्राचार्य ने कहा कि भारतीय संविधान अपने नागरिकों के लिए न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के अधिकार को सुनिश्चित करता है। और भारत की विविधता को एकता के सूत्र बांधने का काम करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान विश्व के अधिकांश संविधानों की सर्वोत्तम विशेषताओं के अनुसार विश्व का सबसे व्यापक और लिखित संविधान है, जो समस्त नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है।
प्राचार्य ने कहा कि हमें संवैधानिक मूल्यों का सम्मान करते हुए राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने में हमेशा सहयोग देना चाहिए।
प्राचार्य ने विद्यार्थियों एवं सभी स्टाफ सदस्यों को भारतीय संविधान के प्रति निष्ठा एवं कर्त्तव्यपरायणता की शपथ दिलाई।
प्राचार्य ने अपने संबोधन में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर एवं संविधान सभा के अन्य आदरणीय सदस्यों को याद करते हुए उनके योगदान के लिए उनका आभार प्रकट किया।