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*योगी सरकार की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था, एडीजी, डीआईजी और एसएसपी ने संभाली कमान*
*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे मेला क्षेत्र में भ्रमण करते नजर आए आला अधिकारी*
*एडीजी भानु भास्कर ने पूरे मेला क्षेत्र का किया भ्रमण, संगम नोज में वॉच टॉवर पर चढ़ाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रबंधों का किया मुआयना*
*डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी भी सुरक्षा सुनिश्चित करने को घोड़ों पर सवार नजर आए*
*महाकुम्भनगर, 13 जनवरी।* महाकुम्भ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के चाक चौबंद इंतजाम देखने को मिले। पूरे मेला क्षेत्र में डेप्लॉय किए गए 50 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मी पूरी तरह मुस्तैद रहे तो वहीं एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने ग्राउंड जीरो पर उतरकर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली।
महाकुम्भ की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। पहले दिन इसकी झलक भी देखने को मिली, जब पूरे मेला क्षेत्र में पुलिसकर्मी मुस्तैदी से ड्यूटी करते नजर आए। वहीं आला अधिकारी भी हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ग्राउंड पर दिखाई दिए। एडीजी वैभव कृष्ण ने पूरे मेला क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया और जगह-जगह पर श्रद्धालुओं से बातचीत की कि कहीं उन्हें कोई समस्या तो नहीं आ रही। यही नहीं, उन्होंने संगम नोज पर वॉच टॉवर पर चढ़कर ऊंचाई से श्रद्धालुओं के लिए किए गए प्रबंधों और सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना किया। वहीं दूसरी तरफ, डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी घोड़ों पर सवार होकर काफी देर तक सुरक्षा का मुआयना करते रहे। यही नहीं, एसएसपी राजेश द्विवेदी तो सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए संगम नोज पर गंगा में ही उतर गए। सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में अधिकारियों ने खुद सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभालकर महाकुम्भ के पहले दिन श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बना दिया।
*बटालियन लेकर निकले मेलाधिकारी*
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद भी पूरी तरह मुस्तैद नजर आए। वो खुद एक बटालियन को लीड करते हुए संगम नोज पहुंचे और वहां तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यही नहीं, उन्होंने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने-अपने सेक्टर में बने घाटों पर सभी तरह की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पूरी मेला टीम को लगातार 45 दिन तक पूरी मुस्तैदी से कार्य करने के लिए इंस्पायर किया और सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी श्रद्धालु को कहीं भी कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।