Wednesday, January 22, 2025


सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाया गया कैलाश सत्यार्थी का जन्म दिवस

 

  (वर्ल्ड न्यूज फीचर नेटवर्क) 

पश्चिम चंपारण। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का जन्म दिवस 11 जनवरी को देश भर के बाल अधिकार कार्यकर्ता और बच्चे सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाते हैं। इनकी अगवाई में अब तक सवा लाख से अधिक बच्चे बाल मजदूरी और गुलामी से मुक्त कराया जा चुके हैं। विश्व भर के बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए 1999 में ग्लोबल कैंपेन फॉर एजुकेशन की शुरुआत की । शिक्षा को मौलिक अधिकार बनाने के लिए 2001 में भारत यात्रा की शुरुआत हुई इसके परिणाम स्वरुप देश के संविधान में संशोधन हुआ और शिक्षा का अधिकार कानून बना। बाल श्रम, बाल शोषण के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन के प्रणेता रहे कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के तत्वाधान में बिहार झारखंड के 34 जिलों में सर्वाइवर लेड इंटेलिजेंस नेटवर्क के माध्यम से गांव, पंचायत स्तर पर विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रम ,प्रभात फेरी, विद्यालयों में बच्चों और शिक्षकों के साथ के साथ मिलकर आज के दिन को सुरक्षित बचपन दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन, बचपन बचाओ आंदोलन, सत्याग्रह रिसर्च फाऊंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुए। इस कार्यक्रम में बचपन बचाओ आंदोलन के पंकज कुमार, सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं बेतिया पश्चिमी चंपारण के गणमान्य व्यक्तियों ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के लंबे उम्र एवं उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। इस पर वक्ताओं ने कहा कि बाल मजदूरी, सीमा पर बाल व्यापार की रोकथाम, बाल विवाह के लिए सदैव समाज को जागृत एवं संघर्ष करते रहेंगे।