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पीएम-विश्वकर्मा योजना से दस्तकारों के जीवन स्तर में होगा सुधार-
सरकार द्वारा श्रमिकों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए पीएम-विश्वकर्मा योजना शुरू की है। इस योजना में 18 हस्त व्यवसायों को शामिल किया गया है। इसलिए इस योजना में जिला के अधिकाधिक नागरिकों को लाभ दें ताकि सरकार का अन्त्योदय का लक्ष्य पूरा हो सके। उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि योजना का गांव स्तर पर पूरा प्रचार करें और लाभार्थी को मौके पर ही लाभ देने की कोशिश करे ताकि अधिकाधिक लोग इसका फायदा उठा कर अपने जीवन स्तर को उंचा उठा सके। उन्होंने बताया कि इस योजना में नाव बनाना, शस्त्रागार, लुहार, हथौड़ा व लोहे के औजार बनाना, ताला बनाना, सुनार, कुंभकार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी, सुथार, चटाई बनाना, गुडिया व खिलौने बनाना, बारबर, धोबी, दर्जी और मछली पकडने के जाल बनाने का काम शामिल है। योजना में विभिन्न व्यवसायों से जुड़े दस्तकारों को प्रशिक्षण, टूल किट व बैंक लोन की सुविधा प्रदान की जाएगी। योजना में कारीगरों को पहले पीएम विश्वकर्मा.जीओवी.इन पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने कहा कि सरपंच या यूएलबी के संबंधित कर्मचारी को लोगिंन आईडी बनाने में कोई परेशानी आए तो वे विभाग से संपंर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत, कारीगरों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण-पत्र और पहचान-पत्र के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत पांच प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ एक लाख रुपये (पहली किश्त) और दो लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक ऋण सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के तहत कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, डिजिटल लेन-देन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के लागू होने से श्रमिकों के बच्चों को मिलने वाली सहायता में भी वृद्दि