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गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व से पहले निकला नगरकीर्तनकर्ण नगरी गूंजी वोल सो निहाल सत श्री अकाल के उद्घोष सेगुरु की पालकी साहेब बनी आस्था का केंद्र
करनाल सुखविंदर सोही
सिख पंथ के दशम गुरु तथा खलसा पंथ के संस्थापक सरवंश दानी श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व पर गुरुपर्व प्रवधंक कमेटी द्वारा पंथ प्रचारक बाबा सुक्खा सिंह के मागर्दशन में आज नगर कीर्तन करनाल में लोगों की आस्था का केंद्र बना। नगर कीर्तन में गुरु ससहेब की पालकी आस्था का केंद्र बनी थी। । जानकारी देते हुए गुरुपर्व प्रबंधक कमेटी के महासचिव जत्थेदा इंद्रपाल सिंह ने बताया कि पंथ सेवक वावा सुक्खा सिंह जी, कार सेवा बालों की देख-रेख में नगर कीर्तन निकला। नगर कीर्तन सुबह डेरा कारसेवा तथा मंजी साहेब गुरुद्वारे से गुरु की अरदास के साथ् शुरू हुआ। इसमें गतका पार्टी गुरु की पालकी साहेब पंच प्यारे कीर्तन जत्थे लोगों की आस्था का केंद्र बने हुए थे। इस अवसर पर पूर्व मेयर रेनू वाला गुप्ता को सिरौपा भेट केर सम्मानित किया। इससे पहले गुरु की पालकी मेें गुरु साहेब का प्रकाश किया गया। नगरकीर्तन गुरुद्वारा डेरा कार सेवा एवं गुरुद्वारा मंजी साहिब पातशाही पहली से आरम्भ होकर कर्ण गेट, कमेटी चौक, सब्ज़ी मण्डी चौक, कुंजपुरा रोड, हस्पताल चौक, सैक्टर 12, निर्मल कुटिया, गुरुद्वारा सैक्टर-7, गुरुद्वारा बाबा कश्मीरा सिंह जी सैक्टर-6 के पीछे, मेरठ रोड, महाराणा प्रताप चौक से होता हुए गुरुद्वारा डेरा कार सेवा कलन्दरी गेट पहुंचा। गुरु साहेब की पालकी के आगे की फूलों की बारिश कर रहे थे। इससे आगे धर्मालु पानी का छिडक़ाव कर रहे थे। इसके आगे कीर्तनी जत्थे चल रहे थे। लगह लगह लग्रर प्रसाद वितरित किया गया। नगर कीर्तन में गतका पार्टियां अपने हुनर का प्रदर्शन कर रही थीं। नगरकीर्तन में गुरुपर्व प्रबंघक कमेटी