Wednesday, January 22, 2025


ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने , बेतिया में विश्वविद्यालय स्थापित करने,बेतिया राज की भूमि पर वर्षों से बसे लोगों को स्थाई करने , महात्मा गांधी एवं चंपारण सत्याग्रह से जुड़े ऐतिहासिक मीना बाजार को विकसित कर संरक्षित करने के लिए पुनः मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे मांग।

 

   (वर्ल्ड न्यूज फीचर नेटवर्क) 

 बेतिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेतिया पश्चिमी चंपारण आगमन के अवसर पर एक बैठक का आयोजन सभागार सत्याग्रह भवन में किया गया। इस अवसर पर सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक एवं डॉ शाहनवाज ने संयुक्त रूप से कहां कि विगत कई वर्षों से सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय स्मारक संग्रहालय घोषित करने, बेतिया पश्चिमी चंपारण में विश्वविद्यालय, बेतिया राज के भूमि पर वर्षों से बसों बसे लोगों को स्थाई करने महात्मा गांधी एवं चंपारण सत्याग्रह से जुड़े ऐतिहासिक राज हाई स्कूल , ऐतिहासिक मीना बाजार को विकसित कर संरक्षित करने की मांग सत्याग्रह रिसर्च फाऊंडेशन ,मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से कई वर्षों से की जाती रही है ।विभिन्न अवसरों पर सत्याग्रह रिसर्च फाऊंडेशन द्वारा मांग पत्र प्रदेश के मुखिया दिया जाता रहा है। चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष 2017 में भी मुख्यमंत्री का ध्यान मुख्यमंत्री की बेतियां पश्चिम चंपारण आगमन पर इस ओर ध्यान आकृष्ट किया जाता रहा है। कोर्ट ऑफ़ वर्ड्स की समाप्ति के बाद बेतिया पश्चिमी चंपारण में विश्वविद्यालय स्थापित करने, ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने, राष्ट्रीय स्मारक संग्रहालय स्थापित करने, बेतिया राज की भूमि पर वर्षों से बसे लोगों को स्थाई कर‌ने महात्मा गांधी एवं चंपारण सत्याग्रह 1917 से जुड़े ऐतिहासिक मीना को विकसित कर संरक्षित करने की मांग पुनः की गई है। जिले में विश्वविद्यालय नहीं होने की वजह से छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों को कई दशकों से काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हम सब आशा करते हैं कि मुख्यमंत्री बिहार सरकार जिले को विश्वविद्यालय , ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने,राष्ट्रीय स्मारक संग्रहालय स्थापित करने,बेतिया राज की भूमि पर बसे लोगों को स्थाई करने ,महात्मा गांधी एवं चंपारण सत्याग्रह 1917 से जुड़े राज स्कूल एवं ऐतिहासिक मीना बाजार संरक्षित कर विकसित करने में अहम भूमिका निभाएंगे ।उनका यह प्रयास इस क्षेत्र के विकास एवं क्षेत्र की भविष्य के लिए मिल का पत्थर साबित होगा।