Wednesday, January 22, 2025


बिहार के राजस्व रिकॉर्ड में वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण और हमारी जिम्मेदारियां बिहार में जमीनों का सर्वे पर बिहार राबिता कमिटी का

कार्यशाला आयोजित

 

 

  (वर्ल्ड न्यूज फीचर नेटवर्क) 

मोतिहारी। आज मोतिहारी के डॉ० रहमान मॉडल एकेडमी में बिहार राबिता कमिटी द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला किया गया। 

 जिसमें सरकारी राजस्व रिकॉर्ड में वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण और हमारी जिम्मेदारियां बिहार में जमीनों का विशेष सर्वे किया जा रहा है जो बिहार सरकार ने अभी कुछ दिनों के लिए समय बढ़ाया है इस सर्वे में तमाम जमीनों का विशेष रूप से वक़्फ प्रॉपर्टी का सरकारी राजस्व अभिलेख में दर्ज कराना निहायत ही जरूरी है। 

इस संबंध में इस कार्यशाला में इससे जुड़े बारीकियों की जानकारी विशेषज्ञों द्वारा बिंदुवार दी गई।

 

 इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना अमानुल्लाह ने की तथा सेक्रेटरी बिहार राबिता कमिटी अफ़ज़ल हुसैन ने मंच का संचालन किया। 

 उक्त अवसर पर अपनी बाते रखते हुए लोगों के सवालों का मुख्य अतिथि इम्तियाज अहमद करीमी, सेवानिवृत्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड एवं पूर्व अध्यक्ष, बिहार लोक सेवा आयोग ने इससे जुड़ी बारीकियों के बारे में विस्तार से बताया और लोगों के सवालों का जवाब दिया 

 

  इस अवसर पर ज़िला अवकाफ़ कमिटी के सदर सैयद मोबिन अहमद ने वक़्फ से जुड़े मुद्दे पर अपनी बात रखी और लोगों के सवालों का जवाब देते हुए इस सर्वे में सभी धार्मिक स्थलों को दर्ज करने की अपील की।

 

 डॉ० तबरेज़ अज़ीज़ ने कई बिंदुओं पर लोगों को जागरूक किया कार्यक्रम के समापन पर तनवीर खान ने लोगों का धन्यवाद किया।

 इस अवसर पर जिला के कई सारे बुद्धिजीवी उपस्थित रहे

 अफ़ज़ल हुसैन,सेक्रेटरी बिहार राबिता कमिटी, सैय्यद मोबिन अहमद अध्यक्ष ज़िला अवकाफ कमिटी,पूर्वी चंपारण,डॉ० तबरेज़ अज़ीज़, अध्यक्ष अंजुमन इस्लामिया मोतिहारी, शबाब रज़ा, सदर उर्दू लाइब्रेरी मोतिहारी, डॉ० परवेज़ अज़ीज़, अध्यक्ष शान्ति समिति, मौलाना जमालुद्दीन कासमी, सेक्रेटरी जमीयत उलेमा पूर्वी चंपारण, उजैर अंजुम सीनियर जर्नलिस्ट, तनवीर अहमद खा साहब, वरिष्ठ पत्रकार डॉ० अमानुल हक, सैय्यद शाहबुद्दीन, नुरुल्लाह अंसारी रबीता कमिटी, आलमगीर हुसैन, डॉ० मिनतुल्लाह, महताब आलम, मोहसिन अहमद, फखरे अलम, इत्यादि मौजूद रहे। साथ ही इस कार्यशाला में पश्चिम चंपारण, बेतिया से भी गणमान्य लोग पहुंचे थे।